आकाशवाणी के सेवानिवृत्त वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी श्री प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी के श्वसुर श्री कैलाश चन्द्र मिश्र का गत 13 मई को गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय के सघन चिकित्सा वार्ड में हृदयाघात से निधन हो गया । 1955 में मनोविज्ञान, दर्शन शास्त्र और हिन्दी साहित्य विषयों में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण 79वर्षीय श्री मिश्र पूर्वोत्तर रेलवे से सेवानिवृत्त अधिकारी थे ।वे आकाशवाणी गोरखपुर के "देस हमार"नामक कार्यक्रम के वरिष्ठ वार्ताकार और इन दिनों आकाशवाणी लखनऊ के सक्रिय वरिष्ठ श्रोता थे ।अपने छोटे दामाद श्री पी० के० त्रिपाठी के रिटायरमेंट के अवसर पर आकाशवाणी लखनऊ के सभाकक्ष में आयोजित विदाई समारोह में उन्होंने अत्यंत भावुक सम्बोधन भी किया था ।अत्यंत मृदुल स्वभाव वाले गौतम गोत्रीय श्री मिश्र मूलतः रोहिनियां, पिपरा के मिश्र वंशजों से सम्बद्ध थे और देवरिया शहर से लगे गांव धनौती मिश्र के निवासी थे ।उनके पिता पंडित बलिभद्र मिश्र बड़े जमींदार थे और किसी ज़माने में पूरे देवरिया में उनका प्रभाव था ।15नवम्बर 1937 को जन्में श्री मिश्र की पत्नी श्रीमती अमरावती देवी थीं ।इनके दो पुत्र सर्वश्री श्याम चन्द्र मिश्र (स्व०)और अनुपम मिश्र तथा दो पुत्रियाँ श्रीमती ममता तथा मीना त्रिपाठी हैं ।बच्चों की उच्च शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से उन्होंने गोरखपुर के अशोक नगर, बशारतपुर में भी एक आवास बनवाया था ।उनके निधन से संस्कारवान ब्राह्मण समुदाय भी आहत एवं शोकाकुल है क्योंकि वे अत्यंत कुलीन और संस्कारी थे ।
श्री मिश्र के निधन पर प्रसार भारती परिवार भी अपनी शोक संवेदना व्यक्त कर रहा है ।
ब्लॉग रिपोर्ट-प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, लखनऊ; मोबाइल नंबर 9839229128