आज ही के दिन दिनाँक 3 अक्तूबर 1957 को विविध भारती की शुरुआत हुई। पंडित नरेंद्र शर्मा ने विविध भारती की शुरुआत करते हुए कविता पढ़ी थी"मानस भवन में आरे जन जिसकी उतारे आरती,भगवान भारतवर्ष में गूँजे विविध भारती"।आज फिर दशहरा है और विविध भारती के 60 वर्ष पुर्ण होने का दिन करीब है। 6 दशक की इस यात्रा में विविध भारती ने अपनी संस्कृति रची है और एक परंपरागत व पारिवारिक रेडियो चैनल के रूप में स्थापित हो लोकरंजन का कार्य पिछले 60 वर्षों से कर रही है।
जाने माने फिल्मी, साहित्य, खेल या देश के अलग अलग क्षेत्रों से जुड़े ख्यातनाम हस्तियों की यात्राओं को विविध भारती ने रेकॉर्ड किया है। विविध भारती के ख़जाने में जहाँ एक और मैथिली शरण गुप्त,सुमित्रानंदन पंत,महादेवी वर्मा,हरिवंशराय बच्चन जैसे ख्यातिप्राप्त साहित्यकारों की रिकॉर्डिंग है तो वहीं नौशाद, ओ पी नैयर, खय्याम, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ,कल्याणजी आनंदजी जैसे सुप्रसिद्ध संगीतकारों की भी रेकॉर्डिंग है।मजरूह सुल्तानपुरी,आनंद बख्शी,हसरत जयपुरी जैसे बड़े गीतकार है तो प्रसून जोशी,गुलज़ार,जावेद अख्तर और आज के ज़माने के इरशाद कामिल की भी रिकॉर्डिंग है।नर्गिस, देवानंद, सुनील दत्त,राज कपूर, दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन को रिकॉर्ड किया है वहीं सलमान खान आमिर खान जैसे आज के सितारों को भी रेकॉर्ड किया। नूरजहाँ,मुबारक बेग़म, लता मंगेश्कर, आशा भोंसले से लेकर कविता कृष्णमूर्ति, सुनिधि चौहान व श्रेया घोषाल तक के कलाकारों से साक्षात्कारों को विविध भारती ने श्रोताओं तक बख़ूबी पहुँचाया है।इस तरह एक पूरा इंद्रधनुषीय ख़जाने से विविध भारती समृद्ध है।
60 बरस में बहुत से प्रसारकों के महत्वपूर्ण योगदान से आज विविध भारती देश के लोकप्रिय चैनल के रूप में स्थापित हो पाया है।विविध भारती को इस मुक़ाम तक पहुंचाने के लिए इससे जुड़े हर शख्स का योगदान सराहनीय है चाहे वह प्रसारण से जुड़ा हो या तकनीकी क्षेत्र से।विविध भारती के 60 बरस की इस यात्रा को हम ज़ारी रखेंगे अपने अगले लेख में।यह चैनल इसी तरह श्रोताओं के मनोरंजन करता रहे।देश की सुरीली धड़कन विविध भारती को साठ बरस पूर्ण होने की हार्दिक शुभकामनाएं।
स्त्रोत एवं जानकारी : भावना सिंदल , ईमेल : harshalyajat@gmail.com