२ अक्टूबर १९५३ के दिन आकाशवाणी पुणे की सेवा शुरू हुई। रविवार २ अक्टूबर २०१६ के दिन आकाशवाणी पुणे ने अपना ६३ वा वर्धापन दिन मनाया। विशेष अतिथि के रूप में प्रसिद्ध व्यंगचित्रकार श्री. मंगेश तेंदुलकर उपस्थित थे। स्पर्श संस्था जो आत्महत्या ग्रस्त किसान परिवार के बच्चे और जन्मसे एड्स से ग्रस्त बच्चोंका संगोपन करते है। इस संस्था के संस्थापक श्री. महेश यादव और उनकी पत्नी श्रीमती सुजाता यादव का आकाशवाणी पुणे केंद्र प्रमुख श्री. आशीष भटनागरजी ने आकाशवाणी पुणे परिवार की ओर से रेडियो सेट और आर्थिक मदत दे कर उनके कार्य का गौरव किया। इस अवसर पर जैन फाउंडेशन ने केक उपहार में दिया जिसे स्पर्श संस्था के उपस्थित बच्चों ने काटा। जैन फाउंडेशन ने महात्मा गांधीजी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के उपलक्ष्य में तसवीर उपहार में दी. इन तस्वीरोंको श्री. तेंडुलकरजी ने माल्यार्पण किया। अपने भाषण में विशेष अतिथि ने आकाशवाणी पुणे की प्रशंसा की और रेडियो के प्रति अपने लगाव का जिक्र किया। उपस्थित लोगों के अनुरोध पर उन्होंने खुद का व्यंगचित्र भी बनाया।
इस के बाद आकाशवाणी पुणे के अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्यों ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस रंगारंग आयोजन को सभी दर्शकों ने पसंद किया। नृत्य, गायन और नाट्य प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। श्रीमती खासनीस (श्री. रविन्द्र खासनीस, कार्यक्रम प्रमुख की पत्नी ) ने हाल ही में हुए उरी हमले में शहीद सैनिकों की याद में 'ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आँख में भर लो पानी 'यह गाना गाया और पुरे सभागृह में देशभक्ति का माहौल बनाया। श्री. नीलेश घाटोले ने इस साल के समाचार पढ़े जो व्यंग से भरपूर थे और दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस कार्यक्रम के सूत्र संचालक थे श्री. प्रसाद कुलकर्णी और श्री. नीलेश घाटोले। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद स्नेहभोजन का आयोजन किया था। अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्यों ने इस ज़ायकेदार खाने का लुफ्त उठाया जिसमे कई व्यंजन और मिष्टान्न शामिल थे।
इस वर्धापन दिन के उपलक्ष्य में श्री. जवाहर सिरकार जी और श्री. शहरयार जी ने बधाई स्वरुप सन्देश भेजे।
Wishing Akashvani Pune all the very best on its 63rd Foundation Day on 2nd of Oct. I congratulate all our listeners, friends, well wishers and all members of the radio family.Regards,
Jawahar Sircar.
Best Wishes for Akashvani Pune which came into existence on a day revered by the world as a festival of Peace & Nonviolence. Akashvani Pune has served & conserved Unique Maharashtrian heritage, Culture, literature & aspirations with professional precision & dexterity. With the present leadership there the broadcast set up in Pune has a long way to go.
Regards,
F.Sheheryar.
Regards,
F.Sheheryar.