जिला मुख्यालयपर एफ एम रेडियो चैनल का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबर है। सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय ने इसको लेकर कवायद शुरू कर दी है। खास बात है कि एफ एम रेडियो चैनल को लेकर देरी के साथ इसका फायदा भी मिलेगा।सरकार ने पहले 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत यहां पर स्वीकृत 100 वॉट क्षमता के एफएम ट्रांसमीटर की जगह दस गुणा अधिक क्षमता के एक किलो वॉट क्षमता शक्ति का एफ एम ट्रांसमीटर लगाए जाने की स्वीकृति दी है।इसके लिए स्वीकृति पत्र प्रसार भारती को भेजा चुका है। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार यह चैनल नीलामी के जरिए देगी। एफएम चैनलों में एफडीआई निवेश की मंजूरी देने की भी जानकारी मिली है। ऐसे में उम्मीद है कि नए साल में हनुमानगढ़ में एफएम चैनल शुरू हो सकता है। सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय की आेर से तीसरे चरण की सूची में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, अलवर, ब्यावर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चूरू, झुंझुनूं, पाली, सवाईमाधोपुर, सीकर टोंक में एफएम चैनल शुरू करना प्रस्तावित हैं।
हनुमानगढ़ जिला कृषि प्रधान जिला है और देश की सीमा से लगता हुआ इलाका है। यहां के लोगांे को राष्ट्रीय नीतिगत समाचारों और सूचनाओं से जोड़ने के लिए यहां पर एफ एम रेडियो स्थापित किए जाने की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है।जलसंसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप ने बताया कि केंद्रीय सूचना एंव प्रसारण राज्यमंत्री से इस संबंध में वार्ता हुई है। जंक्शन में एक कि.वा. क्षमता का एफ एम रेडियो चैनल स्थापित किए जाने का प्रस्ताव मंजूर किया गया है।सूरतगढ़ के साथ फाजिल्का के एफ एम का भी मिलेगा फायदा
हनुमानगढ़जिले में आकाशवाणी सूरतगढ़ के 300 कि.वा. का प्रसारण उपलब्ध है। जानकारों का कहना है कि पंजाब के फाजिल्का जिला मुख्यालय पर शुरू किए गए 20 कि.वा. क्षमता के एफ एम ट्रांसमीटर से प्रसारित होने वाले कार्यक्रम भी हनुमानगढ़ जिले के कुछ हिस्से में सुने जा सकेंगें। इससे प्रदेश के साथ पड़ोसी राज्य पंजाब के कार्यक्रमों का भी जिले के लोगों को फायदा होगा।
Source & Credit:http://www.nnilive.com/post/5305
Forwarded By: Jainender Nigam,PB NewsDesk ,prasarbharati.newsdesk@gmail.com