आकाशवाणी गोरखपुर में लगभग एक दशक तक ग्रामीण कार्यक्रमों में "जुगानी भाई"नामक स्टाक कैरेक्टर के रुप में लोकप्रियता की बुलंदियों पर रहने वाले और इस केन्द्र को कार्यक्रम अधिकारी के रुप में अपनी सेवाएं देकर रिटायर होनेवाले श्री रवीन्द्र श्रीवास्तव को उ0प्र0हिन्दी संस्थान ने वर्ष 2015 के लिए भिखारी ठाकुर सम्मान देने की घोषणा की है ।भोजपुरी भाषा के साहित्य को उच्चतम स्तर पर ले जाने में इनके योगदान को देखते हुए इन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है ।उनकी लिखी पुस्तक "ई कइसन घवहा सन्नाटा","मोथा अउर माटी,""गीत गांव गांव,""नोकियात दूब,""अबहिन कुछ बाकी बा,""अख़बारी कविता,""खिड़की के खोली"आदि साहित्य जगत में सराही गई हैं ।उन्हें वर्ष 2001में संस्कार भारती,2002 में लोकभूषण,2004मेंभोजपुरी रत्न,2009में सरयू रत्न,2011में पं0श्याम नारायण पांडेय सम्मान तथा 2012में राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार मिल चुके हैं ।ब्लाग लेखक को भी आकाशवाणी गोरखपुर में अपनी पोस्टिंग के दौरान इनका सुखद साहचर्य मिल चुका है ।इनकी इन सभी उपलब्धियों पर प्रसार भारती परिवार उन्हें बधाई देता है ।
ब्लाग रिपोर्ट-प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी,लखनऊ ।मोबाइल नं0 9839229128