आकाशवाणी रामपुर की 51 वीं वर्षगांठ के अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन आकाशवाणी स्टूडियो परिसर में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत आकाशवाणी रामपुर के समस्त दैनिक कार्यक्रमों को एक साथ पिरोते हुये गीत के साथ हुई, जिसके पश्चात कार्यक्रम प्रमुख श्रीमती मन्दीप कौर ने अपने स्वागत संबोध्न में कार्यक्रम के सन्दर्भ में जानकारी देते हुये प्रसारण कर्मियों से विशेष आग्रह किया कि वे श्रोताओं के प्रति अपनी जवाबदेही को सुनिश्चित करें। क्योंकि प्रसारण कर्मियों का पहला कर्तव्य ही श्रोताओं को रेडियो से जोड़ना और उन्हें बढ़िया से बढ़िया कार्यक्रम तैयार करके बेहतर गुणवत्ता के साथ परोसना हैै।
श्रोताओं के साथ बातचीत के इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुऐ आकाशवाणी रामपुर की नियमित श्रोता बेबी तबस्सुम के उस पत्र को रेनू तिवारी द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसमें उन्होने आकाशवाणी रामपुर की वर्षगांठ के अवसर को अपनी रचना के माध्यम से अविस्मरणीय बना दिया। आकाशवाणी रामपुर के बेहद नियमित व संवेदनशील श्रोता श्री नवाबुद्दीन को अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने हेतु आमंत्रित किया गया। उन्होंने आकाशवाणी रामपुर के कार्यक्रमों के अतिरिक्त प्रसारण की तकनीकी गुणवत्ता सुधरने पर बल दिया।आकाशवाणी रामपुर परिक्षेत्रा के सभी नियमित श्रोताओं की सहभागिता एंव श्रोताओं के लिये वर्षभर में जो भी कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये उस पर प्रकाश डाला वरिष्ठ उद्घोषक श्री सुरेन्द्र राजेश्वरी ने।
इस के पश्चात प्रसारण की गुणवत्ता को लेकर श्रोताओं की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया कार्यक्रम अधिकारी श्री शोभित शर्मा ने। तकनीकी गुणवत्ता को बेहतर किये जाने का प्रयास एंव इस सम्बन्ध् में भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला आकाशवाणी रामपुर के तकनीकी प्रमुख उपनिदेशक अभियांत्रिकी श्री रमेश चन्द्रा ने। उन्होनें बताया की ट्रांसमीटर काफी पुराना होने के कारण प्रसारण सम्बधी परेशानी आ रही है। इनके निदान हेतु ट्रांसमीटर के बदले जाने सम्बधी कार्यवाही उच्चतम स्तर पर की जा रही है।
रंगारंग कार्यक्रम की शुरूआत अवधेश कुमार गोस्वामी के राग मल्हार से हुई जिस के बाद उषा अग्रवाल और रूचि गुप्ता के कजरी और सावन भरे युगल वर्षा गीत ने सभी का मन मोह लिया। इसके पश्चात राजा सरपफराज कव्वाल और साथियों की कव्वाली ने वर्षा की उमगों को और प्रबल कर दिया। इस के बाद रूहेलखण्ड की लोक संगीत विध चहारबैत शन्नु खाँ और साथियों द्वारा प्रस्तुत की गयी। इस गायन की खसियत यह थी कि पहली चहारबैत नवाब रज़ा अली खां द्वारा रचित की गई थी। नवाब रज़ा अली खां का आकाशवाणी रामपुर केन्द्र की स्थापना में उल्लेखनीय योगदान रहा है। और कार्यक्रम केे अन्त में कार्यक्रम अध्शिासी डाॅ. विनय प्रकाश वर्मा ने समस्त अतिथि गणों, आंमत्रित श्रोताओं, कलाकारों एंव मीडिया कर्मियों को धन्यवाद् व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उद्घोषक श्री सुधंशु नन्दन द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री वी.सी. पाण्डे, श्री सुलेन्द्र कुमार नौटियाल, श्री ज्ञानेन्द्र कुमार शर्मा, श्री रामस्वरूप गंगवार, श्री राजेन्द्र कश्यप, श्री विकास माथुर एंव श्री हरिओम सैनी उपस्थित रहें।
द्वारा सहयोग :- श्री. मृत्युंजय कुमार सक्सेना, mirtunjayrmp@gmail.com