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कैसे बचें कोरोना से, 19 देशों में रेडियो मोगीनंद से गूंज रही सलोनी सिंह की मधुर आवाज

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ये है रेडियो मोगीनंद। प्रस्तुत हैं आज के समाचार...। शैक्षणिक, मनोरंजक व ज्ञानवर्धक कार्यक्रम प्रसारित करने वाले हेलो मोगीनंद रेडियो स्टेशन पर अब वैश्विक महामारी कोरोना पर ताजा अपडेट सभी लोगों तक पहुंच रहे हैं। रेडियो पर जनमानस को कोरोना पर जागरूक भी किया जा रहा है। इसका जिम्मा प्रदेश की सबसे कम उम्र की समाचार वाचक ने उठाया है, जो अभी 16 साल की हैं।

कालाअंब से सटे मोगीनंद स्कूल में जमा एक कक्षा में पढ़ने वाली सलोनी सिंह इन दिनों न केवल समाचार वाचन व संपादन का काम कर रही हैं, बल्कि तकनीकी कार्य को भी स्वयं अंजाम दे रही हैं। यह कार्य जीव विज्ञान प्रवक्ता डॉ. संजीव अत्री के निर्देशन में हो रहा है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोगीनंद में स्थापित इस रेडियो स्टेशन पर बुलेटिन का कार्य इन दिनों महामारी के चलते सलोनी सिंह अपने घर से कर रही हैं। यह प्रदेश का पहला ऐसा सरकारी स्कूल है, जिसका अपना रेडियो स्टेशन है।

भारत सहित बांग्लादेश व अफगानिस्तान में इस रेडियो को सबसे ज्यादा सुना जा रहा है। विश्वभर के 19 देशों में भी इस रेडियो को सुनने वालों की संख्या बढ़ रही है। इस माह तीन देशों के 4339 लोगों ने इसे सुना। सलोनी दिन में चार बार बुलेटिन पेश कर रही हैं। प्रत्येक बुलेटिन की अवधि छह मिनट है। रेडियो स्टेशन 24 घंटे सेवाएं दे रहा है। कोरोना पर खबरें प्रसारित करने के अलावा सलोनी महामारी से बचाव, सावधानियां, सरकार की गाइडलाइन व प्रशासनिक दिशा-निर्देश भी लोगों तक पहुंचा रही हैं।

लॉकडाउन में बढ़े रेडियो सुनने के घंटे
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इस रेडियो स्टेशन पर बायोलॉजी, मैथ व रिटेल की शिक्षा भी दी जा रही है। स्कूल में पढ़ाई के दौरान अनुपस्थित रहने वाले बच्चे कभी भी विषय के लेक्चर को रेडियो की रिकॉर्डिंग में कहीं भी और बार-बार सुन सकते हैं। रेडियो स्टेशन के निदेशक एवं स्कूल के जीव विज्ञान प्रवक्ता डॉ. संजीव अत्री ने बताया कि इसे कम्युनिटी रेडियो में कन्वर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रदेश के पहले शैक्षणिक रेडियो स्टेशन हेलो मोगीनंद की बीते साल 14 फरवरी को शुरुआत हुई थी। मोगीनंद में 200 मीटर की रेंज तक सुने जाने वाले रेडियो को ऐप पर भी ऑनलाइन सुना जा सकता है। लॉकाडाउन के दौरान 212 घंटे रेडियो सुना जा रहा है, जबकि इससे पहले 118 घंटे सुना जा रहा था। बीते एक माह 19332 मिनट तक रेडियो सुना गया।


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