वैसे तो १९२६ तक हिदुस्तान मे निजी काम्पानियोंका रेडिओ प्रसारण आरंभ हो चुका था, मगर २३ जुलै १९२७ के दिन हिंदुस्तान सरकार तथा इंडिअन ब्रोडकास्टिंग कं के बीच agreement साईन हुवा , और कंपनी का शुभारंभ मुंबई केंद्र से हुवा .इसलिये आधिकारिक तौर पर भारत मे रेडिओ प्रसारण कि शुरुआत इसी दिन मानी जाती है. उस समय मुंबई मे medium wave का १.५ Kw का transmitter था जिसकी पहुंच ३० मील थी.उद्घाटन समय लॉर्ड आयर्विन मौझुद थे.Opening ceremony मे मा नारायणराव व्यास जी का भी शास्त्रीय गायन हुआ. आरंभ से हि रेडीओ के लिये licence फी होती थी .उस समय मुंबई मे सिर्फ १००० के करीब licence थे. २५ ऑगस्ट २७ के दिन कोलकता केन्द्र बना. १९३४ तक licence धारक सिर्फ १६१७९ थे. १९३५ मे Controller of Broadcasting मि. लिओनले फिलडेन बने, जिनके कार्यकाल के दौरान पेशावर,लाहोर, दिल्ली, लखनौ, मद्रास,त्रिचनापल्ली,ढाका, ये केंद्र बने. तब भी रेडिओ धारको कि संख्या सिर्फ ५८००० थी.१९३८ मे ११ नवंबर को मि. बुखारीजी स्टेशन डिरेक्टर के कार्यकाल के दौरान मुंबई केंद्र से बच्चो के लिये शिक्षा विषयक प्रोग आरंभ हुवे .कृषी संबंधी कार्यक्रम आरंभसे हि थे.उल्लेखनिय है कि डॉ. पी. के. कापरे जो १९३८ के दौरान A I R मे Asstt. Research Enggr. थे ,उनका हिंदुस्तान मे रेडिओ के प्रसारण के एक्सपानशन मे महत्वपूर्ण योगदान रहा.रेडिओ के चाहने वालों के लिये १९३९ मे मराठी मासिक मे छपी फिलीप्स रेडिओ कि जाहिरात तथा शुभारंभ के अवसर पर जिन्हे गाने का सम्मान मिला वे मा नारायणरावजी व्यास का फोटो पोस्ट किया हुं.
स्त्रोत :- श्री. प्रकाश बोकरेजी के फेसबुक अकाउंट से