कला, संस्कृति, साहित्य, संगीत और राजनीति - हर मायनों में हमेशा सुर्खियों में रहने वाले "सूबा- ए- अवध"यानि कि उ० प्र० की राजधानी लखनऊ स्थित प्रसार भारती के आकाशवाणी केन्द्र का प्रादेशिक समाचार एकांश इस 23 जुलाई को अपनी न्यूज आन फोन सेवा की नौवीं सालगिरह मनाने जा रहा है ।23जुलाई 2007 को श्री बी0एस0लाली ,आई0ए0एस0,सी0ई0ओ0,प्रसार भारती ने इस सेवा का शुभारम्भ लखनऊ में सम्पन्न एक भव्य समारोह में किया था ।फोन पर रिंग करते ही श्री नवनीत मिश्र,समाचार वाचक के स्वर में पढ़े गये समाचार जब हाल में सुनाई दिए तो तालियों की करतल ध्वनि से हाल गूंज उठा था ।मुझे याद है कि रात 9बजे तक चले इस समारोह पर आधारित एक घंटे की अवधि की रेडियो रिपोर्ट लखनऊ से सीधे उसी रात 10बजे से राष्ट्रीय नेटवर्क पर जानी थी और ट्रैफिक जाम और आयोजन स्थल से स्टूडियो की दूरी नापते हुए किस तरह से दौड़ते भागते मैनें डा0करुणा शंकर दुबे और डा0रमेश चन्द्र शुक्ल की मदद से इस चैलेंजिंग टास्क को पूरा किया था ।इसका कुशल और प्रभावशाली प्रसारण समय पर सकुशल सम्पन्न होने पर महानिदेशालय ने भी तारीफ़ की थी ।और तो और फोन पर गूंजी उस आवाज़ से प्रभावित होकर उस समय के डी0जी0न्यूज ने समाचार वाचक श्री नवनीत मिश्र को दिल्ली आकर हफ्तों राष्ट्रीय समाचार बुलेटिन भी पढ़ने के लिए बुला लिया था ।
ज्ञातव्य है कि आकाशवाणी लखनऊ के प्रादेशिक एकांश से अनेक नामी गिरामी शख़्सियतों की समबद्धता समय समय पर रही है । पूर्व में श्री यज्ञदेव पंडित, रामजी त्रिपाठी, रामसागर शुक्ल, रज्जन लाल, मुन्नीलाल, श्री खरे ,नवनीत मिश्र, अरुण कुमार श्रीवास्तव, हरिलाल, सुनील शुक्ल, प्रवीण कवि, आर० पी० सरोज आदि भी अपनी स्मरणीय सेवाएं दे चुके हैं । पूर्व समाचार वाचक नवनीत मिश्र ने इस अवसर पर ब्लॉग लेखक को बताया कि "15 अप्रैल 1953 को लखनऊ रेडियो से प्रादेशिक समाचारों का प्रसारण शुरू हुआ। शाम 6बज कर40 मिनट पर पहला बुलेटिन श्री यज्ञदेव पण्डित ने पढ़ा। पहले समाचार संपादक थे श्री बी पी निगम और सहायक संपादक,सूचना प्रसारण मंत्री बी वी केसकर के सहपाठी वी डी शोलापुरकर। पहले संवाददाता समाचारों की रिपोर्टिंग अग्रेजी में किया करते थे जिसका न्यूज सेक्शन में हिन्दी में अनुवाद किया जाता था। "नवनीत जी ने आगे बताया कि बाद में इस अनुवाद-व्यापार को समाप्त करने के लिए पंडित जी विधान मण्डल की कार्यवाही की रिपोर्टिग करने स्वयं जाने लगे।चीनी आक्रमण के बाद 1962 में जब उत्तराखण्ड के लिए उत्तरायण कार्यक्रम शुरू हुआ तब 10 मिनट का बुलेटिन और प्रसारित होने लगा। उस बुलेटिन में देश-विदेश के समाचार शामिल किए जाते थे। अब उसमें विशेष रूप से उत्तराखण्ड राज्य के समाचार होते हैं। न्यूज सेक्शन में पंडित जी के अलावा जयदेव त्रिवेदी,सोहन लाल थपलियाल ,जोज़ेफ़ टेटे और नवनीत मिश्र ने समाचार वाचन किया। श्री रामजी त्रिपाठी ,राम सागर शुक्ल और मुन्नी लालजी लंबे समय तक समाचार संपादक रहे। उर्दू समाचार वाचन में एस ए रिज़वी और शाहीन सुल्ताना के नाम प्रमुख हैं।"आकाशवाणी लखनऊ के प्रादेशिक समाचार एकांश की न्यूज आन फोन सेवा की नौवीं वर्षगांठ पर गोरखपुर स्थित एकांश के वरिष्ठ समाचार संपादक श्री रमेशचंद्र शुक्ल,अनुबंधित वाचक डा० मुमताज अहमद खां,प्रमोद कुमार सिंह, लखनऊ एकांश से लम्बे अरसे से जुड़े अनुबंधित समाचार वाचक श्री प्रेमकान्त तिवारी, शोभित, डी० डी० न्यूज देवरिया के संवाददाता श्री मृत्युंजय प्रसाद विशारद,प्रादेशिक समाचार के महराजगंज प्रतिनिधि प्रेम सिंह सहित प्रसार भारती परिवार की ओर से भी शुभकामनाएं दी जा रही हैं ।
ब्लॉग रिपोर्टर - श्री. प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी,लखनऊ; मोबाइल नंबर9839229128