25/6/2016 को Zee TV पर सारेगामा का RD Burman special एपिसोड देखा। आशाजी विशेष मेहमान थी।एक किस्सा इस दौरान उन्होंने शेयर किया.किसी बात पर आशाजी और पंचमदा में बहुत मनमुटाव हो गया था.बातचीत करीब दस दिनों से बंद थी। एक दूसरे को देखना तक बंद। एक रात पंचमदा और आशाजी घर में सोफे पर बैठे थे दो कोने पकड़ कर.रेडियो शुरू था...छायागीत कार्यक्रम प्रसारित हो रहा था.जिसमे एक गीत प्रसारीत हुआ..बोल थे..ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मकाम...फ़िल्म आपकी कसम...जो की पंचमदा का कम्पोजीशन था....गाना ख़त्म होने को आया और अचानक अंतिम लाइन पंचमदा गीत के साथ गुनगुनाने लगे...वो फिर नहीं आते..वो फिर नहीं आते...और दोनों के आँख से आँसू बहने लगे...सारा गुस्सा पल में पिघल गया..अहसास हुआ की ज़िन्दगी के गुजरे पल लौट के नहीं आते तो क्यों ना प्यार से संवार ले...और उसके बाद संगीत की दुनिया की ये दो हस्ती फिर एक हो गयी।यूँ तो ये फलसफा उनके लिए कुछ नया तो नहीं था लेकिन उस पल में विविध भारती से प्रसारित हो रहे उस गीत ने ये अहसास जगाने का काम किया.. ना जाने ऐसे कई दिलों को जोड़ने का काम इस माध्यम ने किया है जिससे हम अनभिज्ञ है.
Source :- Facebook account of Shri. Manoj Jain.