पुनः श्री सनोडिया द्वारा लोकगीत की प्रस्तुति दी गई । इसके पश्चात सौसर से आए एक प्रगतिशील कृषक प्रवेश पराड्कर ने अपने कड़कनाथ मुर्गी पालन के संबंध में अनुभव साझा किए । स्थानीय पशुपालक कृषक द्वारका द्वारा भी उनके डेयरी व्यवसाय से जुड़े अनुभव साझा किए गए । क्षेत्र की सुप्रसिद्ध लोकगायिका श्रीमती समीक्षा दुबे के द्वारा मनमोहक लोकगीत प्रस्तुत किए गए । इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया और उन्होंने अपनी शंकाओ का समाधान तत्काल प्राप्त किया । अंत में पशुपालन प्रबंधन पर डॉ पक्षवार ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पशुओं की देखभाल कैसे करनी चाहिए ।पशुओ के रहने की व्यवस्था कैसी होना चाहिए रोगों की पहचान, उनकी रोकथाम , समुचित उपचार और रोगों के उपचार के लिए घरेलू विधियां बताई। इसके साथ ही शासन के द्वारा पशुपालको के लिए आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिता के बारे में भी बताया। उपस्थित किसानों को पशु पालन हेतु प्रेरित भी किया। लोक गायक नारायण सनोडिया ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदान पर आधारित लोकगीत प्रस्तुत किया गया जिसे सभी ने काफी सराहा अंत में कार्यक्रम अधिकारी श्री जयंत अंबेडकर द्वारा समस्त विशेषज्ञों,कलाकारो और समस्त किसान भाइयों का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर प्रसारण अधिकारी प्रवीण कुमार चौरे, कार्यक्रम सचिव13 रामकिशोर डोले , अभियांत्रिकी सहाय्यक श्री कृष्णा और तकनीशियन श्री राधेश्याम पवार उपस्थित थेउपस्थित किसान भाइयों के लिए जलपान की व्यवस्था भी की गई और अंत में सभी को भोजन के पैकेट वितरित किए गए।
द्वारा योगदान :-Shri. Praveen Kumar Chourey ,TREX ,AIR Chhindwara, pchourey89@gmail.com