अत्यंत दुखद समाचार मिला है।कल (3सितंबर )देर रात में आकाशवाणी दूरदर्शन के पुरोधा 81वर्षीय डा.उदयभान मिश्र का उनके गांव बसावनपुर,बड़हलगंज, गोरखपुर में निधन हो गया । वे कुछ दिनों गोरखपुर और फिर बड़हलगंज के नर्सिंग होम में भर्ती रहकर स्वास्थ्य लाभ लेकर अभी पिछले सप्ताह गांव लौटे थे।15फरवरी 1937 को गोरखपुर के उप नगर बड़हलगंज के एक गांव बसावनपुर में जन्मे डा० मिश्र ने 1975 में भारत सरकार की प्रकाशन विभाग की पत्रिका "आजकल"के सम्पादकीय को छोड़ कर 2अप्रैल 1975 को आकाशवाणी दिल्ली में बतौर कार्यक्रम अधिकारी नौकरी संभाली । उसके बाद पदोन्नति पाते हुए गोरखपुर, दिल्ली, उदयपुर, लखनऊ आदि के आकाशवाणी और दूरदर्शन केंद्रों पर निदेशक के रूप में अपनी सेवाएँ दीं ।28फरवरी 1995 को आकाशवाणी गोरखपुर से वे 31 साल की सेवा के बाद केन्द्र निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए । स्वभाव से सैनिक और लेखनी से श्रमजीवी के रूप में अपनी शुरूआती पहचान बनाने वाले डा० मिश्र ने रिटायरमेंट के बाद भी समाज को अपनी ऊर्जावान साहित्यिक सेवाएं देते रहे ।गोरखपुर में स्थाई रूप से रहते हुए उन्होंने कविता, कहानियाँ, ऊपन्यास, यात्रा वृतांत, आलोचना सम्बन्धित लगभग दो दर्जन पुस्तकें लिखीं। लेखन में चमत्कृत कर देने वाली उनकी भाषा शैली और उनका ओजपूर्ण संवाद किसी को भी उनकी ओर सहज ही सम्मोहित कर लेती है । आकाशवाणी और दूरदर्शन में रहते हुए अनेक ख्याति लब्ध कार्यक्रम देनेवाले इन महान पुरोधा से अन्य लोगों के साथ इस ब्लॉग रिपोर्टर को अपनी सेवाकाल और बाद की अवधि में उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है ।
ऐसी कालजयी विभूति के निधन पर प्रसार भारती परिवार अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
प्रसार भारती परिवार प्रार्थना करता है की ईश्वर उनके आत्मा को शांति दे और उनके शोकाकुल परिवार को इस संकट की घडी को सामना करने की शक्ति प्रदान करे।■ब्लॉग रिपोर्ट-प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी, लखनऊ।ईमेल; darshgrandpa@gmail. com