आकाशवाणी और दूरदर्शन को अपनी 37 वर्ष 7 महीने की मूल्यवान सेवायें दे कर दूरदर्शन केंद्र इलाहाबाद में सहायक अभियंता श्री के के वार्ष्णेय 30 जून 2018 को सेवानिवृत हो रहे हैं। श्री वार्ष्णेय की प्रारम्भिक शिक्षा इलाहाबाद के बायज हाइ स्कूल और भारत स्काउट एवम गाइड स्कूल में दसवीं कक्षा तक हुई , उसके पश्चात सी ए वी इंटर कॉलेज से बारहवीं के बाद इलाहाबाद पॉलिटैक्निक से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीन्यरिंग में टेलिविजन में विशेषज्ञता करते हुये पूरे उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। आकाशवाणी इलाहाबाद में 12 नवम्बर 1980 को अभियांत्रिकी सहायक के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पहले श्री वार्ष्णेय जे के इंस्टीट्यूट इलाहाबाद विश्वविद्यालय, भारतीय रेल, इसरो श्रीहरिकोटा, यू पी इलेक्ट्रॉनिक्स कार्पोरेशन और इलाहाबाद पॉलिटैक्निक जैसे विभागों में अपनी सेवायें दे चुके थे। सन 1984 में श्री वार्ष्णेय को पदोन्नति पर कश्मीर के दुर्गम व सीमा क्षेत्र पूंछ में नए दूरदर्शन प्रेषित्र की स्थापना का कार्य दिया गया जिसे श्री वार्ष्णेय से अपनी तकनीकी कुशलता से बखूबी स्थापित किया । उसके बाद श्री वार्ष्णेय ने दूरदर्शन के दिल्ली, इलाहाबाद , वाराणसी और लखनऊ केन्द्रों पर तकनीकी , प्रशासन और वित्तीय क्षेत्रों में अपनी बेहतरीन सेवाएँ प्रदान की।
श्री वार्ष्णेय ने 1983 में इलाहाबाद में टी वी प्रेषित्र और 1991-92 में दूरदर्शन स्टुडियो की स्थापना में विशेष योगदान दिया। श्री वार्ष्णेय दूरदर्शन इलाहाबाद के स्थापन अधिकारी भी रहे। श्री वार्ष्णेय को तीन कुम्भ और छह अर्ध कुम्भ में व्यवस्था एवं तकनीकी प्रसारण का अनुभव है। श्री वार्ष्णेय ने केंद्राध्यक्ष एवं अभियांत्रिकी प्रमुख के रूप में कई बार सफलता पूर्वक अपने दायित्व का निर्वहन किया। श्री वार्ष्णेय 2010 में कैंसर से लड़ते हुये दियांग हो गए, उनकी एक टांग काटनी पड़ी लेकिन अदम्य साहस के धनी श्री वार्ष्णेय ने इस कमी को कभी अपने कार्यों के बीच आने नहीं दिया । श्री वार्ष्णेय की सेवाओं के लिए उन्हें कई बार महानिदेशक दूरदर्शन नई दिल्ली और अन्य स्तरों पर सम्मानित किया जा चुका है। इस वर्ष उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया। आशा है कि तकनीकी कुशलता , प्रशासक, वित्तीय जानकार और सम्मोहक व्यक्तित्व के धनी श्री वार्ष्णेय अब दूरदर्शन की सेवा से पदमुक्त होने के बाद इलाहाबाद स्थित अपने आवास पर गृहस्थ जीवन में रहते हुए कुछ ज्यादा ही सामाजिक और साहित्यिक सरोकारों से जुड़ सकेंगे |प्रसार भारती परिवार अपने वरिष्ठ सहकर्मी की सेवानिवृत्ति पर उन्हें हार्दिक बधाई दे रहा है और उनके लिए शुभकामनाएं व्यक्त कर रहा है |श्री वार्ष्णेय को आप भी अपनी भावनाओं से अवगत करा सकते हैं-उनका पत्राचार का पता है-सी-3, गोल्डेन, 579/462 मम्फ़ोर्द्गंज, इलाहाबाद-211002 और दूरभाष तथा मोबाइल न० क्रमशः है- 0532-2250606, 9450601092. इसके अतिरिक्त उनका ईमेल आईडी है kkvarshney2002@yahoo.com प्रसार भारती परिवार उनको इस निवृत्ति पश्चात जीवन के लिए हार्दिक शुभकामनाए देती है ।