भारतीय सूचना सेवा के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी ,आकाशवाणी और दूरदर्शन के समाचार विभाग में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके श्री राम सागर शुक्ल द्वारा लगभग डेढ दशक के परिश्रम के बाद श्री राम वन गमन मार्ग के बारे में शोध पर आधारित पुस्तक "वन चले राम रघुराई"प्रकाशित हो गई है। यह पुस्तक अमेजन डाट काम पर उपलब्ध है। इसके पूर्व भी श्री शुक्ल की नोटबंदी पर आधारित एक पुस्तक "काला धन कथा"और "नहीं,यह सच नहीं"काव्य संग्रह बौद्धिक समुदाय में चर्चित रही है।मूलतः देवरिया के निवासी श्री शुक्ल अब लखनऊ में रहकर साहित्यिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं।
श्री शुक्ल की रचनात्मक सक्रियता पर प्रसार भारती परिवार को गर्व है और वह उनके इस योगदान की भरपूर प्रशंसा करती है।
ब्लाग रिपोर्टर :- श्री. प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी,लखनऊ।darshgrandpa@gmail.com