समझदारी
हम गाते रहे , वो हसते रहे
हम लिखते रहे , वो काटते रहे
हम समझाते रहे , वो बहकाते रहे
वह थक गए , काटते बहकाते
हम नहीं थके , लिखते समझाते
एक दिन वह , समझ गए
लिखने लगे , हमारा नाम
आसमान पर , हसते हुए
समझाने लगे , लोगों को आम
ढोल बजाकर , नाचते हुए।
रचनाकार : प्रकाश आमले
सहायक अभियंता
आकाशवाणी अमरावती
ईमेल :prakash.amale1@gmail.com
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