सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक और महान शिक्षाविद डॉ. हरीसिंह गौर की जीवनी को अब पूरा देश सुनेगा। इस बार डॉ. गौर की 148वीं जयंती (26 नवंबर) के उपलक्ष्य में गौर सप्ताह में आकाशवाणी के सभी हिंदी केंद्रों से डॉ. गौर पर केंद्रित विशेष रेडियो रूपक कार्यक्रम का प्रसारण होगा। डॉ. गौर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित यह रेडियो रूपक 30 मिनट का होगा, इसे दिल्ली केंद्र से प्रसारित किया जाएगा। आकाशवाणी महानिदेशालय दिल्ली से इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। जल्दी ही इसकी रिकॉर्डिंग के लिए आकाशवाणी की टीम अक्टूबर माह में दिल्ली से सागर आएगी, जो विश्वविद्यालय के साथ शहर में भी लोगों से मिलकर उनकी बातें रिकॉर्ड करेंगे।
30 मिनट के कार्यक्रम में व्यक्तित्व-कृतित्व पर चर्चा
डॉ. गौर पर केंद्रित होने जा रहे रेडियो रूपक के समन्वयक विश्वविद्यालय के डॉ. ललित मोहन ने बताया कि अभी पिछले करीब 5 सालों से सिर्फ आकाशवाणी के सागर केंद्र से ही गौर जयंती की पूर्व संध्या पर करीब 10 मिनट का एक प्रसारण होता था। इसमें कुलपति का संदेश होता था। अब पूरे 30 मिनट का रेडियो रूपक प्रसारित होगा। इससे पूरा देश डॉ. गौर के व्यक्तित्व और कृतित्व से रूबरू हो सकेगा।
जुलाई में भेजा प्रस्ताव, सितंबर में मंजूरी
डॉ. ललित मोहन के मुताबिक हमने जुलाई में विवि प्रशासन के माध्यम से प्रस्ताव आकाशवाणी के महानिदेशालय दिल्ली भेजा था। इसमें डॉ. गौर से जुड़ी तमाम जानकारियां थीं। वहां से मंजूरी इसी माह में मिल गई। अब हम यह तैयारी कर रहे हैं कि कुलपति के अलावा, डॉ. गौर से जुड़े रहे या जानकारी रखने वाले लोगों को टीम से मिलाया जाए। साथ ही अन्य क्या बेहतर किया जा सकता है, इस पर भी काम हो रहा है।
ऐसा होगा रेडियो रूपक
जानकारी के मुताबिक आकाशवाणी की जो टीम अगले माह यहां रिकॉर्डिंग के लिए आएगी, उसके लिए तैयारियां शुरु हो गई हैं। डॉ. गौर के जीवन वृत्त के अलावा उनके कार्य, उपलब्धियां, शिक्षा जगत में योगदान, ऐसे रोचक संस्मरण जो नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करें खासकर दान, शिक्षा और सामाजिक भावना को लोगों में जागृत करें, उनका समावेश इस कार्यक्रम में किया जाएगा।
द्वारा अग्रेषित :- श्री. जावेंद्र कुमार ध्रुव