डॉ. आम्बेडकर ने देश में फैली विषमताओं को दूर करने का बीडा उठाया था और सरकार भी विकास और सामाजिक भावनात्मक मान सम्मान दिलवाने के माध्यम से यही काम कर रही है । आकाशवाणी मुम्बई द्वारा भारत रत्न डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 125 वीं जयंती समारोह सप्ताह के समापन अवसर पर केन्द्रीय मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय श्री थावरचंद गेहलोत ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए ये बात कही ।
आकाशवाणी मुम्बई की उपमहानिदेशक श्रीमती एम शैलजा सुमन के मार्गदर्शन में आकाशवाणी मुम्बई द्वारा दिनांक 14 अप्रेल 2016 से डॉ. आम्बेडकर की 125 वीं जयंंती समारोह सप्ताह का आयोजन किया गया था जिसके समापन अवसर पर परिसंवाद एवं भीमसंगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । चर्चगेट स्थित आकाशवाणी मुम्बई के आॅडिटोरियम में हुए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री थावरचंद गेहलोत,केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय थे ।
खचाखच भरे आकाशवाणी आॅडिटोरियम में आमंत्रितों को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री महोदय ने कहा कि डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने इतनी शैक्षिक डीग्रीयॉं एवं उपाधियॉं प्राप्त की कि वे चाहते तो अपने स्वहित और परिवार हित के लिए संपूर्ण जीवन सुख सुविधा से गुजार सकते थे लेकिन बाबासाहब ने अपने ज्ञान को देश की विषमताओं को दूर करने, समन्वयवादी सोच के साथ समरसता लाने, दलितों, महिलाओं, मजदूरों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने में लगाया । डॉ. आम्बेडकर सामाजिक विषमताओं को समाप्त कर समतामूलक समाज की स्थापना करना चाहते थे ।
सामाजिक विषमताओं को दूर करने पर ही वसुघैव कुटुम्बकम की भावना को साकार किया जा सकता है । हमारी सरकार भी विषमताओं को दूर करते हुए सामाजिक एवं भावनात्मक मान—सम्मान दिलाने के प्रयास कर रही है ।
सामाजिक विषमताओं को दूर करने पर ही वसुघैव कुटुम्बकम की भावना को साकार किया जा सकता है । हमारी सरकार भी विषमताओं को दूर करते हुए सामाजिक एवं भावनात्मक मान—सम्मान दिलाने के प्रयास कर रही है ।
माननीय प्रधानम्ंत्री जी ने डॉ. आम्बेडकर को सम्मान देते हुए उनके प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करने के लिए भारतीय संविधान के प्रति प्रतिबवद्धता व्यकत करने के लिए उस दिन को जिस दिन डॉ. आम्बेडकर ने संविधान बनाकर उस पर हस्ताक्षर किए थे उस 26 नवम्बर को हमेशा हर वर्ष संविधान दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषण की है । यही नहीं इस वर्ष संसद के दोनो सदनों में 26 एवं 27 नवम्बर को लोकसभा एवं राज्यसभा में चर्चा हुई प्रतिब्द्धता व्यक्त करने के लिए, सम्मान प्रगट करने के लिए, संविधान के मार्ग पर चलने के लिए । और यह भी तय किया गया है कि भारत रत्न डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर का जन्मदिवस प्रतिवर्ष समरसता दिवस के रूप में मनाया जायेगा । यही नहीं माननीय नरेन्द्र मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं जो कि डॉ. बाबासाहब के जन्मस्थान महू पर गए हैं । इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत मे माननीय मंत्री जी ने बाबासाहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की ।
माल्यार्पण के बाद केन्द्राध्यक्ष उपमहानिदेशक अभियांत्रिकी श्री सुधीर सोधिया, उपमहानिदेशक कार्यक्रम श्रीमती एम शैलजा सुमन, श्री ओ पी गौतम महासचिव आकाश्वाणी दूरदर्शन, एससीएसटी एसोसिएशन नई दिल्ली और स्टेट कमेटी के श्री प्रवीण नागदिवे, डॉ. संतोष जाधव, श्रीमती मनीषा निकाले, श्री मधुकर मातोंडकर ने केन्द्रीय मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया ।
श्रीमती एम शैलजा सुमन उपमहानिदेशक प्रोग्राम ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबासाहब ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अभूतपूर्व काम किया है । मैं अपने आपको उनकी बेटी मानकर गर्व महसूस करती हॅूं ।
श्री ओ पी गौतम महासचिव आकाश्वाणी दूरदर्शन, एससीएसटी एसोसिएशन नई दिल्ली ने संबोधित करते हुए आकाशवाणी मुम्बई की सराहना की कि केन्द्र द्वारा बाबासाहेब की जयंती पर इतना बडा आयोजन किया गया । परिसंवाद की शुरूआत श्री राजेश वानखेडे, सचिव आम्बेडकर जन्मभूमि महू ने की आपने हिन्दू कोड बिल को लेकर महत्वपूर्ण जानकारिया दी और लोगों केा उद्वेलित किया । दूसरे वक्ता श्री आनंद श्रीकृष्णा जो कि प्रमुख आयुक्त इनकम टैक्स हैं ने बाबासाहब के आर्थिक विचारों से जनसमुदाय को अवगत कराया वहीं तीसरे वक्ता एडवोकेट श्री प्रेमानंद रूपावते ने सामाजिक समता—विषमता पर बाबासाहब के विचार क्या है और हम उस पर क्या अमल कर पाये हैं इसे लेकर श्रोताओं को झकझोरा । अपर महानिदेशक अभियांत्रिकी दूरदर्शन श्री श्यामलाल ने बाबासाहब को याद करते हुए उनके विचारों को आत्मसात करने की बात की । कार्यक्रम के दौरान 125वीं जयंती समारोह सप्ताह में आयोजित प्रतियोगिताओं के पुरस्कार भी प्रदान किए गए । परिसंवाद के पशचात् भीमगीतों की प्रस्तुति श्री मनोहर वडूंज और मण्डली द्वारा की गयी ।
इस अवसर पर बडी संख्या में आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे । कार्यक्रम का संचालन वरि उदघोषक डॉ.प्रफुल्ल दिनेश ताम्बे ने किया वहीं आभार प्रदर्शन आकाशवाणी मुम्बई के वरिष्ठ अन्वेषक श्री प्रवीण नागदिवे ने किया ।
Blog Report - Praveen Nagdive, ARU, AIR Mumbai