अदब और आदाब,नज़ाकत और सियासत के लिए पूरी दुनियां में लखनऊ हमेशा से केन्द्र में रहा है।इसकी गंगा जमुनी तहज़ीब के सभी क़ायल हैं।दूरदर्शन लखनऊ ने उ0प्र0के राज्यपाल श्री राम नाईक की जीवन यात्रा सम्बन्धी संस्मरणों को उनकी सद्य:प्रकाशित पुस्तक "चरैवेति - चरैवेति "के आलोक में पिछले दिनों रिकार्ड किया है।इस रिकार्डिंग का प्रसारण उनके जन्मदिन के अवसर पर 16अप्रैल को किया जाएगा।दूरदर्शन स्टूडियो में विशेष आमंत्रित दर्शकों की उपस्थिति में वरिष्ठ साहित्यकार गोपाल चतुर्वेदी,लेखक डा0योगेश प्रवीन,शिक्षाविद आसिफा जमानी,हाल ही में अपनी पुस्तक "लता,सुर गाथा"के जरिए चर्चा में आए लेखक यतीन्द्र मिश्र और लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस0पी0सिंह ने उनके जीवन के कई अनछुए प्रसंगों सम्बन्धी प्रश्न भी किये ।सूत्रधार की भूमिका निभाई "यश भारती "से विभूषित दूरदर्शन के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी आत्म प्रकाश मिश्र ने ।राज्यपाल महोदय के जीवन संघर्ष सहित कुछ मूल्यवान क्षणों और प्रसंगों के नाट्य रुपान्तरण ने इस बायोपिक कार्यक्रम को और भी जीवन्तता प्रदान कर दी है।
ब्लाग रिपोर्ट-प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी,लखनऊ ।
इनपुट-अमर उजाला(लखनऊ)दैनिक में प्रकाशित समाचार ।