आकाशवाणी रायपुर की निदेशक कार्यक्रम श्रीमती ममता चंद्राकर को दिनांक 12 अप्रेल को भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया । ममता चंद्राकर की बचपन से ही संगीत के प्रति रूचि रही है । अपने संघर्षपूर्ण जीवन में बडी मुसीबतों का सामना कर वे इस मुकाम तक पंहुची हैं ।
सालों से छत्तीसगढ़ी लोकगायन को समर्पित ममता ने नौ साल की उम्र से ही स्टेज पर गाना शुरू कर दिया था। ममता को प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित दाऊ मंदराजी सम्मान भी मिल चुका है। वह अभी आकाशवाणी रायपुर में केंद्र निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। एक समय ऐसा भी आया था जब उनके गुरू ने उन्हें संगीत की शिक्षा देने से ही इनकार कर दिया था पर ममता चंद्राकर ने हार नहीं मानी और वे लोक संगीत के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और लगने के बल पर आगे बढती गयी और आज वे छत्तीसगढ की लोकसंगीत कला का पर्याय बन कर उभरी हैं ।
श्रीमती ममता चंद्राकर की इस उपलब्धि पर स्थानीय रंगोली कलाकार श्री प्रमोद साहू ने पद्मश्री के साथ ममताजी का रंगोली चित्र बनाकर खुशी जाहिर की ।ब्लॉग रिपोर्ट—प्रवीण नागदिवे, ARU AIR Mumbai