दिनांक 15 फरवरी बुधवार को सारंगढ़ ब्लॉक के मानिकपुर गांव में आकाशवाणी की ओर से रेडियो किसान दिवस का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर उपस्थित किसानों को कृषि विशेषज्ञों ने कम लागत में किस तरह से खेती कर आय को बढाया जा सकता है इसकी जानकारी दी। साथ ही सरकार द्वारा किसानों की सुविधा के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं की जानकारी दिया। वहां मौजूद उन्नतशील किसानों ने भी अपना अनुभव अन्य किसानों के साथ बांटा। इतना ही नहीं कार्यक्रम में उपस्थित वैज्ञानिकों से किसानों ने खेती से संबंधित सवाल भी पूछे।
हर साल 15 फरवरी को आकाशवाणी द्वारा रेडियो किसान दिवस का आयेजन किया जाता है। दरअसल इस दिन आकाशवाणी पर किसानवाणी कार्यक्रम प्रसारण का शुभारंभ किया गया था। तब से हर साल इस दिन जिले के किसी गांव में यह आयोजन किया जाता है। इसमें जिले भर के कृषि वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों और किसानों को आमंत्रित किया जाता है। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद विषय-विशेषज्ञों को किसान खेती मे आने वाली समस्या को भी बताते है और उसका समाधान बताया जाता है। बुधवार को मानिकपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में भी आसपास के करीब सात गांव के सैकड़ों किसान पहुंचे थे। उन्होंने भी खेती में अपनाए जा रहे नई-नई तकनीकों के प्रयोग कर खेती करने की अपील की। इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ एनके चौबे ने किसानों को अपनी समस्या पहचान कर उसे हल करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब समस्या की पहचान हो जाएगी तो संबंधित विशेषज्ञों या विभागों से संपर्क कर उसका समाधान किया जा सकता है। ऐसे ही डीएस तोमर ने खेतों में पैरा जलाने से मना किया। उनका कहना था कि पैरा जलाने से जमीन की उर्वरा शक्ति खत्म हो जाती है, साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषित होती है। डॉ अजीत कुमार सिंह ने खेती की लागत कम करने के लिए जैविक खाद अपनाने की बात कही। साथ ही रासायनिक खाद से होने वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी दिया। इसी तरह डॉ पी.एम.पराये ने मौसम के अनुकुल बीज के किस्मों का चयन करने की बात कही। उनका कहना था कि मौसम व क्षेत्र के आधार पर बीज की बोआई करने से पैदावार अच्छी होती है। डॉ यूएन सिंह ने खेती के साथ तसर कीट पालन कर आय को बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि अवर्षा की स्थिति में तसर कीट पालन अधिक आय का साधन हो सकता है। उप संचालक रेशम एस.एस.कंवर ने रेशम विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने की अपील किया। उनका कहना था कि कम लागत में आय का यह अच्छा माध्यम हो सकता है। एसबीआई सारंगढ़ ब्रांच के प्रबंधक मंगेश देशमुख ने फर्जी फोन कॉल से सावधान रहने की अपील किया। उन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने और कैशलेश सिस्टम को अपनाने की बात कही। मत्सयिकी विभाग के बीके सक्सेना ने कृषि उद्यानिकी और पशुपालन में मछली पालन को सहयोगी बताते हुए इसे अपनाने की बात कही। कृत्रिम गर्भाधान से नस्ल सुधार कर पशुपालन व्यवसाय को अपनाने की बात डॉ ममता साहू ने कही। ऐसे ही डॉ सरिता साहू ने उद्यानिकी फसलों से कम समय और कम लागत में अधिक आय कैसे प्राप्त किया जा सकता है। इसके बारे में जानकारी दिया। सारंगढ़ के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी जीपी गोस्वामी ने सारंगढ़ क्षेत्र को कृषि प्रधान बताते हुए विभाग की पूरी योजनाओं के बारे में जानकारी दिया। ऐसे ही योगेश राठौर ने भी खेती में उन्नत तकनीक अपना कर लागत को कम करने की बात कही। ंइसके पहले कार्यक्रम शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना कर की गई। इस दौरान किसान वाणी के कंपीयरों द्वारा मां शारदे की वंदना की गई। इसके बाद आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी और किसानवाणी प्रभाग के प्रभारी अधिकारी शशी प्रकाश पांडेय ने कार्यक्रम का उदेश्य और उसकी योगदान की जानकारी दी। कार्यक्रम को लेकर किसानों में भारी उत्सुकता थी। इस दौरान आकाशवाणी के उद्धघोषक रमाशंकर शुक्ल किसानवाणी के सू़़त्रधार श्रीमती भावना शर्मा, श्रीमती रेणुका प्रधान, मुकेश चतुर्वेदी, स्वतंत्र महंत, चवल पटेल, वेणुधर पटेल, दिलीप चौधरी, सुशील प्रधान, धवल गुप्ता, रामविलास पटेल, अजय श्रीवास, उपस्थित थे। अंत में कार्यक्रम में उपस्थित किसान, विभिन्न विभाग के अधिकारियों का आभार प्रदर्शन वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी आरएन साहू द्वारा किया गया।
सौर उर्जा से मिलेगा पानी — सारंगढ़ अनुविभाग सीएसपीडीसीएल के ईई व्ही दिवान ने सौर उर्जा के माध्यम से सिंचाई के लिए सोलर सिस्टम लगाने की अपील की। उनका कहना था कि शासन की ओर से अभी सौर सुजला योजना शुभारंभ किया गया। इसका प्रकरण बनाकर विभाग में जमा करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए सीधे क्रेडा विभाग से भी संपर्क किया जा सकता है। इसमें अलग-अलग केटेगिरी के लिए अलग-अलग अनुदान का प्रावधान किया गया है।
शोक सभा में दी गई श्रृद्यांजलि— रेड़ियों किसान दिवस के दौरान सारंगढ़ के वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी गजानंद पुरी गोस्वामी के माता जी को शोक सभा कर श्रृद्यांजलि अर्पित की गई। उनकी माता का देहावसान सप्ताह भर पहले हो गई थी। इसके बाद भी इस कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत कर किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुदान और उसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई।
किसान समूह को मिला कृषि यंत्र—रेड़ियो किसान दिवस के अवसर पर माधोपाली के शारदा किसान समूह को कृषि विभाग की ओर से कृषि यंत्र दिया गया। यह यंत्र समूह को राज्य पोषित “कृषक श्रमिक दक्षता उन्नयन योजना” के तहत दी गई है। इन यंत्रों का उपयोग समूह के लोग उन्न्त खेती के अलावा अतिरिक्त आमदनी के लिए बतौर किराए भी अन्य किसानों को दे सकते है। इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और वे अपने परिवार के साथ समाज के विकास मे योगदान दे सकेंगे। समूहों को दिया गया कृषि यंत्रों में भोरमदेव सीडड़्रील, मार्कर, अंबिका पैडी विडर, साइकिल हैंण्ड व्हील, सीड ट्रिटिंग ड्रम, उन्नत कांटेदार हंसिया, नेपसेक स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर, मक्का छिलक यंत्र, बोनो विडर समेत अन्य यंत्र शामिल है .
Source-Shashi Prakash Pandey, Blog Report-Praveen Nagdive