आकाशवाणी औरंगाबाद के लेखाकार श्री.दिलीप राजारामपंत पोहनेरकर, आकाशवाणी के 36 साल की सेवा के पष्चात सोमवार दिनांक 31 अक्तुबर, 2016 को सेवा निवृत्त हो रहे है/हो गये है। 19 सितम्बर 1980 को उनकी नियुक्ती कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आकाशवाणी परभणी में निम्नश्रेणी लिपिक पद पर हुई। 31 जनवरी 1990 को पदोन्नती पर उनकी नियुक्ती उच्च श्रेणी लिपिक पद पर आकाशवाणी बीड में हुई। तत्पष्चात 09 अक्तुबर 2013 को पदोन्नती पर उनकी नियुक्ती लेखाकार/सहायक/हेड क्लर्क पद पर आकाशवाणी औरंगाबाद में हुई। आकाशवाणी के परभणी, बीड, औरंगाबाद और पणजी/गोवा केन्द्र में उन्होंने बडीही सफलता से अपनी सेवा निभायी है। विभिन्न पेन्षन मामले, कोर्ट केसेस, सूचना अधिकार अधिनियम के अंतर्गत विभिन्न मामले, लेखा और प्रषासन संबंधी महत्वपूर्ण मामलों के निपटारे में उनका बहुतही बडा और महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कार्यालयीन दैनंदिन कामकाज शत प्रती शत राजभाषा हिन्दी में कर के सही मायने में राजभाषा निती का अंमल उन्होंने किया है। जिस से आकाशवाणी को राजभाषा के विभिन्न पुरस्कार मिलने में उनका बहुत योगदान रहा है। हिन्दी प्रवीण, प्राज्ञ और टंकण परिक्षाओं में भी उन्होंने सफलता हासिल की और कई हिन्दी प्रतियोगीताओं में पुरस्कार प्राप्त किये है। इस के आलावा आकाशवाणी के नैमत्तिक उदघोषक और मराठी एवं हिंदी नाटक के लिए होने वाली स्वर चाचणी में भी इनका बहुमूल्य योगदान रहा है।
आकाशवाणी के विभिन्न कार्यक्रमों का सुत्र संचालन भी उन्होंने किया है तथा, आकाशवाणी के विभिन्न कार्यक्रमों में भी सहभाग लिया है। आकाशवाणी औरंगाबाद को 10 साल पहले बेस्ट मेंटैनड स्टेशन पुरस्कार मिलने हेतु भी योगदान दिया है।ईस गुणवान कर्मचारी और कलावंत को सेवानिवत्ती पर महत्वपूर्ण सेवापूर्ती के लिए प्रसार भारती परिवार की ओर से हार्दीक षुभकामनाएॅं
योगदान: ज्योती कोलवार ,अभियांत्रिकी सहाय्यक ,आकाशवाणी औरंगाबाद