आकाशवाणी, पुरी में हर वर्ष के भांति इस वर्ष यानि 14 सितम्बर,2016 को हिंदी दिवस एवं 15 सितम्बर, 2016 से 30 सितम्बर, 2016 तक हिंदी पखवाडा का आयोजन किया गया । 14 सितम्बर को आयोजित उदघाटन समारोह की अध्यक्षता कार्यालायध्यक्ष श्री निरंजन दास ने किया । इस समारोह में ,श्रीमती अलकानंदा षडंगी, प्राध्यापिका, केन्द्रिय विद्यालय, पुरी ने मुख्य अतिथि के रुप में अपना योगदान देकर कार्यक्रम का उदघाटन किया। उसके उपरान्त आशुलिपिक ग्रेड-1 श्री सच्चिदानंद मोहंती ने मुख्यअतिथि, अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी गण तथा आकाशवाणी पुरी के सभी कर्मचारियों का स्वागत किया । श्री निरंजन दास, सहायक अभियंता ने अपने अध्यक्षिय भाषण में हिंदी दिवस एवं हिंदी पखवाडा के महत्व के बारे में आलोकपात किया एवं पखवाडा के दौरान होनेवाली प्रतियोगिताओं का विस्तृत विवरण दिया । मुख्यअतिथि श्रीमती षडंगी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हिंदी देश की राजभाषा के साथ साथ सम्पर्क भाषा भी है । देश के अधिकांश लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है । कार्यक्रम प्रमुख ड. तपनेन्दु दत्त ने आग्रह किया कि पखवाडे के दौरान आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में सभी कर्मचारि अवश्य भाग लें एवं कार्यालयीन काम काज में राजभाषा हिंदी का प्रयोग अधिक से अधिक करें । अन्त में लेखाकार श्री गौर चन्द्र चत्तर ने उपस्थित सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को धन्यवाद अर्पित किया ।
पखवाडे का दौरान विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं जैसे आलेखन टिप्पण, निबंध लेखन एवं आशु भाषण का आयोजन किया गया । पखवाडे का पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह 30 सितम्वर, 2016 को 1.00 बजे आकाशवाणी के स्टुडिओ परिसर में किया गया । इसमें मुख्य अतिथि के रुप मे आकाशवाणी, कटक के सहायक निदेशक(रा.भा.) श्री सुरेन्द्रनाथ सामल ने पधारे थे । सभा की अध्यक्षता कार्यालायध्यक्ष श्री निरंजन दास ने किया। अध्यक्ष महोदय ने मुख्यअतिथि के साथ साथ उपस्थित सभि सज्जोनों को स्वागत किया एवं अपने बक्तव्य रखने के उपरान्त महानिदेशक आकाशवाणी द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष में प्रदत्त संदेश का पठन किया । मुख्य अतिथि ने अपने अभिभाषण में कहा कि लोकतंत्र में भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि वह सरकार और जनता के बीच संपर्क का माध्यम है । इसलिए हमारे संविधान सें केंद्र सरकार के काम काज लिए हिंदी को राजभाषा के रुप में मान्यता दी गयि है । विविधता के बीच एकता ही हमारे देश की विशेषता है और हिंदी देश की सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है । तत्पाश्चात मुख्य अतिथि ने अपने कर कमलों से प्रतियोगिताऔं में सफल आने वाले प्रतिभगियों को पुरस्कार प्रदान किये ।
सहायक अभियंता तथा कार्यालायध्यक्ष ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि भारत के इतिहास में आज का दिन गौरव का दिन है । हिंदी का प्रयोग अब पूरा भारत में सम्पर्क भाषा के रुप में उभर कर आया है । इसलिए कार्यालयीन काम काज में राजभाषा हिंदी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करना हमारा राष्टीय कर्तव्य है । उन्होंने सभी विजयी प्रतीभागियों को बधाई देने का साथ साथ राजभाषा हिंदी में काम-काज करने पर आग्रह प्रकट किया ।
अंत मे कार्यक्रम निष्पादक तथा कार्यक्रम प्रमुख ड. तपनेन्दु दत्त के धन्यवाद के उपरान्त समारोह का कार्यक्रम समाप्त हुआ ।
Source and Credit Mr. Niranjan Das, AE (Head Of Office)